क्रान्ति को मजबूर शिक्षक- राज्य सरकार की हठधर्मिता के कारण बेरोजगार शिक्षक क्रान्ति के पथ पर चलने को मजबूर हो गया है।नवंबर 2011 मेँ मायावती सरकार ने 72825 प्राथमिक शिक्षकोँ की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था, जिसमेँ नियुक्ति का आधार अध्यापक पात्रता परीक्षा के प्राप्तांको को बनाया गया था। इसके बाद इस भर्ती का क्या हुआ आप सबको शायद यह बताने की जरुरत नहीँ है। आज हमारे साथियोँ मेँ सर्वाधिक भय इस बात का है कि कहीँ सरकार कैबिनेट की आगामी बैठक मेँ टीईटी को रद्द न कर दे। साथियोँ टीईटी को रद्द करना सपा सरकार के लिए आसान नहीँ है क्योँकि कि सरकार इसके बाद आने वाले तूफान को भली भाँति महसूस कर रही है। साथियोँ धैर्य रखेँ हमारी जीत सुनिश्चित है चाहे कोर्ट से हो या विशाल आन्दोलन से। आपका साथी-- आलोक जौनपुरी
क्रान्ति को मजबूर शिक्षक- साथियोँ हमारी जीत का सिलसिला शुरु हो गया है। उ॰प्र॰ सरकार ने टीईटी को रद्द न करके हमेँ कोर्ट मेँ और अधिक मजबूत कर दिया है। जहाँ तक आधार बदलने की बात है उसके लिए सरकार को पुरानी विज्ञप्ति रद्द करना होगा और कोर्ट से विज्ञप्ति रद्द करने का आदेश प्राप्त करना सरकार के लिए आसन न होगा क्योँकि हाईकोर्ट ने पहले भी कहा है कि विज्ञप्ति रद्द नहीँ होगी। जहाँ तक मेरा मानना है कि विज्ञप्ति रद्द करने का कोई उचित तर्क सरकार के पास नहीँ है और सपा सरकार केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा कर रही है क्योँकि वह 2014 लोकसभा चुनाव तक भर्ती को लटकाना चाहती है। सरकार यह बात अच्छी तरह जानती है कि यदि एकल बेँच उसके पक्ष मेँ निर्णय दे भी देती है असन्तुष्ट पक्ष डबल बेँच के सामने अपील करेगा और फिर उसके बाद भी निर्णय न हुआ तो सुप्रीम कोर्ट मेँ मामला जाएगा और न तो ये भर्ती ही हो पाएगी और न ही इसके बाद के 80000 पद भरे जा पाएगें। अतः साथियोँ अब जरुरत है पुनः एकजुट होकर एक विशाल आन्दोलन करने की जिससे सरकार अपने नापाक इरादोँ मेँ कामयाब न हो और बेरोजगार शिक्षकोँ जल्द रोजगार मिले। आपका साथी- आलोक जौनपुरी।
क्रान्ति को मजबूर शिक्षक- साथियोँ हमारी जीत का सिलसिला शुरु हो गया है। उ॰प्र॰ सरकार ने टीईटी को रद्द न करके हमेँ कोर्ट मेँ और अधिक मजबूत कर दिया है। जहाँ तक आधार बदलने की बात है उसके लिए सरकार को पुरानी विज्ञप्ति रद्द करना होगा और कोर्ट से विज्ञप्ति रद्द करने का आदेश प्राप्त करना सरकार के लिए आसन न होगा क्योँकि हाईकोर्ट ने पहले भी कहा है कि विज्ञप्ति रद्द नहीँ होगी। जहाँ तक मेरा मानना है कि विज्ञप्ति रद्द करने का कोई उचित तर्क सरकार के पास नहीँ है और सपा सरकार केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा कर रही है क्योँकि वह 2014 लोकसभा चुनाव तक भर्ती को लटकाना चाहती है। सरकार यह बात अच्छी तरह जानती है कि यदि एकल बेँच उसके पक्ष मेँ निर्णय दे भी देती है असन्तुष्ट पक्ष डबल बेँच के सामने अपील करेगा और फिर उसके बाद भी निर्णय न हुआ तो सुप्रीम कोर्ट मेँ मामला जाएगा और न तो ये भर्ती ही हो पाएगी और न ही इसके बाद के 80000 पद भरे जा पाएगें। अतः टीईटीयन्स ने पुनः एकजुट होकर 29 जुलाई को लखनऊ मेँ विशाल आन्दोलन करन का निश्चय किया है जिससे सरकार अपने नापाक इरादोँ मेँ कामयाब न हो और बेरोजगार शिक्षकोँ जल्द रोजगार मिले। आपका साथी- आलोक जौनपुरी।
निर्णायक जंग को तैयार टीईटी अभ्यर्थी- सरकार के फैसले से क्षुब्ध यूपीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियोँ ने निर्णायक जंग की तैयारी कर ली है। दिनांक 29-07-2012 को टीईटी संघर्ष मोर्चा उ॰प्र॰ ने लखनऊ मेँ विधानसभा के पास दारुलनुशा पर पर प्रदर्शन तथा अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करने का निश्चय किया है तथा पूरे प्रदेश के टीईटी अभ्यर्थियोँ से इस कार्यक्रम मेँ पँहुचने का आह्वाहन किया है। टीईटी संघर्ष मोर्चा उ॰प्र॰ के सभी टीईटी अभ्यर्थियोँ से निवेदन करता है कि अपने हक की लडाई को और मजबूती प्रदान करने के लिए भारी संख्या मेँ लखनऊ पँहुचेँ और इस कार्यक्रम को सफल बनाएँ। यह लडाई किसी एक की नहीँ वरन हम सब के अधिकारोँ की है और हम सब को अपने अर्न्तात्मा की आवाज सुनते हुए सत्य का साथ देना चाहिए। आपका साथी- आलोक जौनपुरी।
Hm sb nirnayak jung k liye taiyaar hain. Main sbhi Tetians se anurodh krti hu ki ye 29JULY ko LUCKNOW zarur aaen aur apna farz nibhaen. Agar U.P. Gov. Hme apne adhikar na de to use chinle.
I Love U.
ReplyDeleteWhat is ths rani g?
ReplyDeleteDear Raj kumar i love my fighter boy.
ReplyDelete(thnx Alok sir for open ths block)
ReplyDeleteOk,so now be concetrate on your or our future,which depends on the decision of today's meeting..
Be united all tetions
ReplyDeleteक्रान्ति को मजबूर शिक्षक-
ReplyDeleteराज्य सरकार की हठधर्मिता के कारण बेरोजगार शिक्षक क्रान्ति के पथ पर चलने को मजबूर हो गया है।नवंबर 2011 मेँ मायावती सरकार ने 72825 प्राथमिक शिक्षकोँ की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था, जिसमेँ नियुक्ति का आधार अध्यापक पात्रता परीक्षा के प्राप्तांको को बनाया गया था। इसके बाद इस भर्ती का क्या हुआ आप सबको शायद यह बताने की जरुरत नहीँ है। आज हमारे साथियोँ मेँ सर्वाधिक भय इस बात का है कि कहीँ सरकार कैबिनेट की आगामी बैठक मेँ टीईटी को रद्द न कर दे। साथियोँ टीईटी को रद्द करना सपा सरकार के लिए आसान नहीँ है क्योँकि कि सरकार इसके बाद आने वाले तूफान को भली भाँति महसूस कर रही है। साथियोँ धैर्य रखेँ हमारी जीत सुनिश्चित है चाहे कोर्ट से हो या विशाल आन्दोलन से।
आपका साथी--
आलोक जौनपुरी
क्रान्ति को मजबूर शिक्षक-
ReplyDeleteसाथियोँ हमारी जीत का सिलसिला शुरु हो गया है। उ॰प्र॰ सरकार ने टीईटी को रद्द न करके हमेँ कोर्ट मेँ और अधिक मजबूत कर दिया है। जहाँ तक आधार बदलने की बात है उसके लिए सरकार को पुरानी विज्ञप्ति रद्द करना होगा और कोर्ट से विज्ञप्ति रद्द करने का आदेश प्राप्त करना सरकार के लिए आसन न होगा क्योँकि हाईकोर्ट ने पहले भी कहा है कि विज्ञप्ति रद्द नहीँ होगी। जहाँ तक मेरा मानना है कि विज्ञप्ति रद्द करने का कोई उचित तर्क सरकार के पास नहीँ है और सपा सरकार केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा कर रही है क्योँकि वह 2014 लोकसभा चुनाव तक भर्ती को लटकाना चाहती है। सरकार यह बात अच्छी तरह जानती है कि यदि एकल बेँच उसके पक्ष मेँ निर्णय दे भी देती है असन्तुष्ट पक्ष डबल बेँच के सामने अपील करेगा और फिर उसके बाद भी निर्णय न हुआ तो सुप्रीम कोर्ट मेँ मामला जाएगा और न तो ये भर्ती ही हो पाएगी और न ही इसके बाद के 80000 पद भरे जा पाएगें। अतः साथियोँ अब जरुरत है पुनः एकजुट होकर एक विशाल आन्दोलन करने की जिससे सरकार अपने नापाक इरादोँ मेँ कामयाब न हो और बेरोजगार शिक्षकोँ जल्द रोजगार मिले।
आपका साथी-
आलोक जौनपुरी।
Javed usmani be iman
ReplyDeleteWhere r u all tetions
ReplyDeleteक्रान्ति को मजबूर शिक्षक-
ReplyDeleteसाथियोँ हमारी जीत का सिलसिला शुरु हो गया है। उ॰प्र॰ सरकार ने टीईटी को रद्द न करके हमेँ कोर्ट मेँ और अधिक मजबूत कर दिया है। जहाँ तक आधार बदलने की बात है उसके लिए सरकार को पुरानी विज्ञप्ति रद्द करना होगा और कोर्ट से विज्ञप्ति रद्द करने का आदेश प्राप्त करना सरकार के लिए आसन न होगा क्योँकि हाईकोर्ट ने पहले भी कहा है कि विज्ञप्ति रद्द नहीँ होगी। जहाँ तक मेरा मानना है कि विज्ञप्ति रद्द करने का कोई उचित तर्क सरकार के पास नहीँ है और सपा सरकार केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा कर रही है क्योँकि वह 2014 लोकसभा चुनाव तक भर्ती को लटकाना चाहती है। सरकार यह बात अच्छी तरह जानती है कि यदि एकल बेँच उसके पक्ष मेँ निर्णय दे भी देती है असन्तुष्ट पक्ष डबल बेँच के सामने अपील करेगा और फिर उसके बाद भी निर्णय न हुआ तो सुप्रीम कोर्ट मेँ मामला जाएगा और न तो ये भर्ती ही हो पाएगी और न ही इसके बाद के 80000 पद भरे जा पाएगें। अतः टीईटीयन्स ने पुनः एकजुट होकर 29 जुलाई को लखनऊ मेँ विशाल आन्दोलन करन का निश्चय किया है जिससे सरकार अपने नापाक इरादोँ मेँ कामयाब न हो और बेरोजगार शिक्षकोँ जल्द रोजगार मिले।
आपका साथी-
आलोक जौनपुरी।
निर्णायक जंग को तैयार टीईटी अभ्यर्थी-
ReplyDeleteसरकार के फैसले से क्षुब्ध यूपीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियोँ ने निर्णायक जंग की तैयारी कर ली है। दिनांक 29-07-2012 को टीईटी संघर्ष मोर्चा उ॰प्र॰ ने लखनऊ मेँ विधानसभा के पास दारुलनुशा पर पर प्रदर्शन तथा अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करने का निश्चय किया है तथा पूरे प्रदेश के टीईटी अभ्यर्थियोँ से इस कार्यक्रम मेँ पँहुचने का आह्वाहन किया है। टीईटी संघर्ष मोर्चा उ॰प्र॰ के सभी टीईटी अभ्यर्थियोँ से निवेदन करता है कि अपने हक की लडाई को और मजबूती प्रदान करने के लिए भारी संख्या मेँ लखनऊ पँहुचेँ और इस कार्यक्रम को सफल बनाएँ। यह लडाई किसी एक की नहीँ वरन हम सब के अधिकारोँ की है और हम सब को अपने अर्न्तात्मा की आवाज सुनते हुए सत्य का साथ देना चाहिए।
आपका साथी-
आलोक जौनपुरी।
We r ready for the last fight
ReplyDeleteHm sb nirnayak jung k liye taiyaar hain. Main sbhi Tetians se anurodh krti hu ki ye 29JULY ko LUCKNOW zarur aaen aur apna farz nibhaen. Agar U.P. Gov. Hme apne adhikar na de to use chinle.
ReplyDeleteDear Friends,
ReplyDeletejoin a new blog -TatkalNews.blogspot.com